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शनिवार, 31 जुलाई 2010

आज का सद़विचार ' मनुष्‍यत्‍व '

इस संसार मे प्‍यार करने लायक दो,
वस्‍तुएं हैं एक दुख और दूसरा श्रम,
दुख के बिना हृदय निर्मल नही होता,
और श्रम के बिना मनुष्‍यत्‍व का विकास
नहीं होता ।


- आचार्य श्रीराम शर्मा

बुधवार, 28 जुलाई 2010

आज का सद़विचार ' भाग्‍य '

भाग्‍य संयोग का नहीं चयन का विषय है,
यह कोई ऐसी वस्‍तु नहीं है जिसके लिए
प्रतीक्षा की जाए, यह तो ऐसी वस्‍तु है
जिसे प्राप्‍त किया जाना चाहिए ।

- विलियम जेन्निंग्‍स ब्रायन

सोमवार, 26 जुलाई 2010

आज का सद़विचार ' मकसद '

ऊंची से ऊंची चोटी पर पहुंचना
मकसद हो तो अपना काम निचली
सतह से शुरू करना चाहिए ।


- स्‍वेट मार्डेन

शनिवार, 24 जुलाई 2010

आज का सद़विचार ' कीर्ति'

सत्‍य से कीर्ति प्राप्‍त की जाती है,
और सहयोग से मित्र बनाये जाते हैं ।

कौटिल्‍य

गुरुवार, 22 जुलाई 2010

आज का सद़विचार ' विनाश'

अज्ञानता और विचारहीनता
मानवता के विनाश के दो सबसे
बड़े कारण हैं ।

- जॉन टिलोटसन

शनिवार, 17 जुलाई 2010

आज का सद़विचार ' उत्‍पत्ति'

पुरूषार्थ से दरिद्रता का नाश होता है,
और जप से पाप का, मौन से कलह
की उत्‍पत्ति नहीं होती, और सजगता
से भय की ।


- चाणक्‍य

बुधवार, 14 जुलाई 2010

आज का सद़विचार ' सत्‍य '

सत्‍य से प्‍यार करें और,
गल्तियों को क्षमा कर दें ।


- वाल्‍टेयर

सोमवार, 5 जुलाई 2010

आज का सद़विचार ' प्रेम'

कृत्रिम प्रेम बहुत दिनों तक चल नहीं पाता,
स्‍वाभाविक प्रेम की नकल नहीं हो सकती ।

- स्‍वामी रामतीर्थ

शनिवार, 3 जुलाई 2010

आज का सद़विचार ' प्रकाश'

केवल प्रकाश का आभाव ही नहीं,
प्रकाश की अति भी मनुष्‍य की,
आंखों के लिये अंधकार है ।

- स्‍वामी रामतीर्थ